समस्तीपुर में बढ़ रही नॉक नी (Genu Valgum) की समस्या, बच्चों में आउटडोर खेलों से दूरी

समस्तीपुर जिले में नॉक नी (Genu Valgum) की समस्या बढ़ रही है। बच्चों के घुटनों के बीच की दूरी कम होने के कारण उन्हें चलने-फिरने में परेशानी हो रही है।

समस्तीपुर में बढ़ती नॉक नी (Genu Valgum) की समस्या: बच्चों में आउटडोर खेलों से दूरी

समस्तीपुर जिले में बच्चों में नॉक नी (Genu Valgum) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। पहले बच्चों के घुटने में जो दूरी रहती थी, वह अब कम हो रही है, जिससे उनके घुटने आपस में सटने लगते हैं। यह स्थिति बच्चों के चलने, दौड़ने और खेलने में बाधा डाल रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह समस्या आउटडोर खेलों से दूरी और घर के अंदर सिमटने की वजह से बढ़ी है।

नॉक नी (Genu Valgum) क्या है?

नॉक नी या Genu Valgum एक ऐसी स्थिति है, जिसमें बच्चों के दोनों घुटने आपस में सट जाते हैं, जबकि उनके पैरों के बीच सामान्यत: चार इंच की दूरी होनी चाहिए। हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. डीके शर्मा के अनुसार, यह समस्या पिछले दो-तीन सालों में बढ़ी है। जब बच्चे खड़े होते हैं तो उनके घुटने एक-दूसरे से सटने लगते हैं, जिससे उन्हें चलने और दौड़ने में परेशानी होती है।

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समस्तीपुर में नॉक नी की समस्या क्यों बढ़ी है?

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान जब बच्चे घरों में कैद हो गए थे, तब उन्होंने आउटडोर खेलों से दूरी बना ली थी। इस दौरान बच्चे केवल इनडोर गेम्स खेलते रहे। ऐसे में बच्चों की शारीरिक गतिविधियाँ कम हो गईं, जिससे उनकी हड्डियों और जोड़ों में कमजोरियाँ आ गईं। डा. शर्मा बताते हैं कि 2019 के मुकाबले आज की तारीख में नॉक नी के मामलों में 40% की बढ़ोतरी हुई है।

नॉक नी के लक्षण

  • बच्चों के घुटनों के बीच की दूरी कम हो जाती है।
  • जब बच्चा खड़ा होता है, तो उसके घुटने आपस में सट सकते हैं।
  • बच्चों को चलने और दौड़ने में दिक्कत होती है।
  • पैर तिरछे होने की स्थिति भी देखी जा सकती है।
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नॉक नी से बचने के उपाय

  • बच्चों को घर के अंदर से ज्यादा आउटडोर खेलों के लिए प्रोत्साहित करें।
  • बच्चों को शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें, जैसे क्रिकेट, फुटबॉल, और दौड़।
  • बच्चों को स्वस्थ आहार दें, जिससे उनकी हड्डियाँ मजबूत बन सकें।
  • अगर सात साल से छोटे बच्चों में यह समस्या दिखाई दे, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें।

नॉक नी की समस्या का इलाज

यदि बच्चों में नॉक नी की समस्या गंभीर हो रही हो तो उनका इलाज जरूरी है। डा. शर्मा का कहना है कि सही समय पर इलाज से बच्चे इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। डॉक्टर बच्चों को शारीरिक उपचार या सर्जरी की सलाह दे सकते हैं, जो उनकी स्थिति पर निर्भर करेगा।

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समस्तीपुर में स्वास्थ्य जागरूकता

समस्तीपुर में नॉक नी के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और डॉक्टरों ने बच्चों के बीच खेलों और शारीरिक गतिविधियों के महत्व को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। साथ ही, विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को लॉकडाउन के दौरान हुए शारीरिक नुकसान से उबरने के लिए जल्द से जल्द सक्रिय किया जाना चाहिए।

समस्तीपुर जिले में आउटडोर खेलों का महत्व

समस्तीपुर जिले में बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए खेलों की भूमिका महत्वपूर्ण है। बच्चों को स्कूलों में और घर के पास खेलने के लिए प्रेरित करना जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि आउटडोर खेलों से न सिर्फ शारीरिक फिटनेस बढ़ती है, बल्कि मानसिक विकास भी होता है।

नॉक नी के उपचार के लिए आवश्यक कदम

  • बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें।
  • उचित पोषण दें जो हड्डियों और जोड़ो को मजबूत बनाए।
  • डॉक्टर से नियमित चेक-अप कराएं।

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