समस्तीपुर के अंगारघाट में भाकपा माले की बैठक में मुख्यमंत्री की “प्रगति यात्रा” का विरोध किया गया। संगठन ने रोजगार, आवास, और बिजली जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा।
अंगारघाट में भाकपा माले कार्यकर्ताओं की बैठक, मुख्यमंत्री की यात्रा का विरोध तय
समस्तीपुर: शुक्रवार को अंगारघाट में भाकपा माले (CPI-ML) कार्यकर्ताओं की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता समीम मंसूरी ने की। बैठक में संगठनात्मक मुद्दों और स्थानीय समस्याओं पर चर्चा के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा का विरोध करने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री की यात्रा को बताया “दुर्गति यात्रा”
भाकपा माले के जिला स्थाई समिति सदस्य महावीर पोद्दार ने मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा को “दुर्गति यात्रा” करार देते हुए कहा कि यह यात्रा सिर्फ प्रचार का माध्यम है। उन्होंने मुख्यमंत्री को उनके किए वादों की याद दिलाई, जैसे:
- गरीब परिवारों को 2 लाख रुपए रोजगार सहायता।
- मुख्यमंत्री आवास योजना (CM Awas Yojana) के तहत सभी गरीबों को घर।
- भूमिहीनों को 3 डिसमिल जमीन।
- पलायन रोकने और कर्ज में डूबी जीविका महिलाओं के लिए राहत।
- 200 यूनिट मुफ्त बिजली और स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक।
स्थानीय समस्याओं और प्रशासन पर सवाल
बैठक में प्रखंड सचिव गंगा प्रसाद पासवान ने कहा:
- कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।
- प्रशासन के समानांतर अपराधियों की सत्ता चल रही है।
- सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है।
उन्होंने कहा कि माले कार्यकर्ता गरीब, मजदूर, छात्र, युवा और महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर मुख्यमंत्री के उजियारपुर आगमन पर ज्ञापन सौंपकर विरोध दर्ज कराएंगे।
प्रतिरोध मार्च का निर्णय
भाकपा माले ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान प्रतिरोध मार्च निकालने और मांगों को जोरदार तरीके से रखने का निर्णय लिया।
प्रमुख मांगे:
- रोजगार और आवास के वादों को पूरा करना।
- बिजली स्मार्ट मीटर पर रोक लगाना।
- महिलाओं और मजदूरों को आर्थिक सहायता देना।
बैठक में शामिल प्रमुख नेता और कार्यकर्ता
बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
- तनंजय प्रकाश, राम सगुण सिंह, हरिकांत गिरि।
- मो. अब्दुल सलाम, हरेकृष्ण राय, भरत दास।