जम्मू में हिमस्खलन से सैनिक की मौत: समस्तीपुर के मणिकपुर गांव में मातम

सदमे में पन्नू लाल शर्मा के परिवार

समस्तीपुर के मणिकपुर निवासी और सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation) के जूनियर इंजीनियर की जम्मू में हिमस्खलन के कारण दर्दनाक मौत। जानें पूरी खबर।

मणिकपुर के सैनिक की हिमस्खलन में दर्दनाक मौत

समस्तीपुर जिला के सरायरंजन प्रखंड के घटहो थाना क्षेत्र के मणिकपुर गांव के निवासी और सीमा सड़क संगठन (BRO) में जूनियर इंजीनियर (Junior Engineer) के पद पर कार्यरत पन्नू लाल शर्मा (50) की जम्मू में हिमस्खलन के दौरान मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे की है जब वह विभागीय वाहन में सहकर्मियों के साथ ड्यूटी पर जा रहे थे।

मृतक पुन्नूलाल शर्मा का फाइलफोटो

घटना का विवरण

  • घटना स्थल: जम्मू के किस्तवारा गांव के पास।
  • घटना का समय: सुबह 10 बजे।
  • पीड़ित: पन्नू लाल शर्मा सहित 4 अन्य कर्मियों की मौके पर मौत।
  • लापता: 3 अन्य कर्मियों की खोज जारी।

पन्नू लाल शर्मा सीमा सड़क संगठन के साथ वर्षों से कार्यरत थे और अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते थे।


परिवार पर दुखों का पहाड़

मृतक के परिवार में उनके पिता राम सागर शर्मा, पत्नी विभा देवी, पुत्र नीरज कुमार शर्मा, और तीन बेटियां पुष्पा कुमारी, अंजली कुमारी, और मधु कुमारी हैं। घटना की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया।

गांव में शोक की लहर

गांव के लोग और रिश्तेदार परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में अनामी शरण सिंह, हर्षित शर्मा, रामविलास शर्मा, रामबली शर्मा, और लक्ष्मण शर्मा शामिल थे।


हिमस्खलन में हादसे का कारण

  • भारी बर्फबारी के कारण हिमस्खलन (Avalanche) हुआ।
  • वाहन बर्फ के नीचे दब गया जिससे मौके पर ही 4 कर्मियों की मौत हो गई।

सरकार और सेना से उम्मीदें

  • परिवार ने सरकार से मुआवजा और सहायता की मांग की है।
  • सेना और प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं।

संबंधित जानकारी

हिमस्खलन से बचाव के उपाय

  • उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सावधानी से यात्रा करें।
  • मौसम की जानकारी (Weather Update) पर ध्यान दें।
  • सेना और सीमा सड़क संगठन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।

यह घटना न केवल पन्नू लाल शर्मा के परिवार बल्कि पूरे मणिकपुर गांव के लिए एक गहरी क्षति है। ऐसे वीर जवानों की कर्तव्यनिष्ठा और बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। सरकार और संबंधित विभागों से उम्मीद है कि परिवार को हरसंभव सहायता दी जाएगी।