समस्तीपुर में विवाहिता का शव बरामद, दहेज हत्या का आरोप

समस्तीपुर जिले के शिवाजीनगर प्रखंड में विवाहिता का शव मिलने से सनसनी। दहेज हत्या का आरोप, पुलिस जांच में जुटी।

समस्तीपुर जिले में विवाहिता का शव मिलने से सनसनी, दहेज हत्या का आरोप

समस्तीपुर जिले के शिवाजीनगर प्रखंड के हथौड़ी थाना अंतर्गत पुरदाही गांव में बुधवार को एक 25 वर्षीय विवाहिता का शव मिलने की घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। मृतका की पहचान नीतीश कुमार की पत्नी अनु कुमारी के रूप में हुई है। यह मामला दहेज हत्या का शक पैदा कर रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


घटना का विवरण

हथौड़ी थाना क्षेत्र के पुरदाही गांव के वार्ड संख्या-2 में अनु कुमारी का शव उसके घर के कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया। आसपास के लोगों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। मृतका के पति नीतीश कुमार, जो हाल ही में चार महीने से घर पर रह रहा था, और उसके परिवार पर मृतका के पिता ने दहेज हत्या का आरोप लगाया है।


मृतका के पिता का बयान

अनु कुमारी के पिता, वैजनाथ मंडल ने दहेज के कारण उनकी बेटी की हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने कहा:

  • शादी में तिलक: 3.50 लाख रुपये दिए गए थे।
  • दहेज की मांग: शादी के बाद 30 हजार रुपये बाकी रह गए थे।
  • प्रताड़ना: पति और सास ने फर्नीचर न देने और शेष दहेज के लिए अनु को प्रताड़ित किया।

वैजनाथ मंडल का कहना है कि उनकी बेटी को बार-बार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जो इस दुखद घटना का कारण बना।


पुलिस की प्रतिक्रिया

हथौड़ी थाना प्रभारी मुखराम सिंह ने बताया कि:

  • शव को पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेजा गया है।
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह मामला हत्या है या आत्महत्या।
  • अब तक इस मामले में आवेदन नहीं दिया गया है।

पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।


पारिवारिक विवाद और प्रताड़ना की जानकारी

मृतका की शादी तीन साल पहले नीतीश कुमार से हुई थी। शादी के बाद से ही परिवार में कलह की स्थिति बनी हुई थी। मृतका के पति का कहना है कि वह प्रवासी मजदूर के तौर पर काम करता था और हाल ही में घर पर रह रहा था। मृतका की एक 2 साल की बच्ची भी है।


दहेज प्रथा के दुष्परिणाम

यह घटना समाज में दहेज प्रथा के दुष्परिणाम को उजागर करती है। भारत में दहेज प्रताड़ना और उससे संबंधित हत्याओं की घटनाएं अभी भी आम हैं। महिलाओं के अधिकारों और उनके खिलाफ हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।


समाज के लिए संदेश

  • दहेज प्रथा समाप्त करें: यह कुप्रथा महिलाओं के जीवन को खतरे में डालती है।
  • कानूनी सहायता लें: महिलाएं किसी भी तरह की प्रताड़ना का सामना करने पर तुरंत पुलिस और महिला आयोग से संपर्क करें।
  • सामाजिक जागरूकता: समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ जन-जागरूकता फैलाने की जरूरत है।