पूसारोड के महमदपुर कोआरी गांव में नशापान के बाद हंगामा करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मेडिकल जांच में अल्कोहल की पुष्टि। पढ़ें पूरी जानकारी।
पूसारोड: महमदपुर कोआरी गांव में नशापान कर हंगामा करने वाला व्यक्ति गिरफ्तार
महमदपुर कोआरी गांव में नशापान के कारण उत्पन्न हुआ हंगामा
पूसारोड थाना क्षेत्र अंतर्गत महमदपुर कोआरी गांव में एक व्यक्ति द्वारा नशापान के बाद हंगामा करने की घटना सामने आई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष आनंद शंकर गौरव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की गई है।
गिरफ्तारी की जानकारी
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत सक्रिय हुई।
- आरोपी व्यक्ति नशापान कर गांव में हंगामा (Disorderly Conduct) कर रहा था।
- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया।
- मेडिकल जांच के बाद आरोपी के शरीर में Alcohol की पुष्टि हुई।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान निम्नलिखित रूप में हुई:
- नाम: मोहम्मद मुश्ताक
- पिता का नाम: मोहम्मद उमर
- पता: चांदचौर गांव, उजियारपुर थाना क्षेत्र
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की।
- मेडिकल जांच: गिरफ्तार व्यक्ति की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें अल्कोहल की पुष्टि हुई।
- कानूनी प्रक्रिया: आरोपी को संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायालय (Court) में पेश किया गया।
- शांति बहाल: गांव में हंगामे के बाद स्थिति सामान्य हो गई।
महमदपुर कोआरी गांव के निवासियों की प्रतिक्रिया
गांव के निवासियों ने पुलिस की सक्रियता की सराहना की।
- स्थानीय निवासी: “पुलिस समय पर पहुंची और स्थिति को संभाला। नशापान के कारण इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं।”
- थानाध्यक्ष का बयान: “हमारा उद्देश्य है कि क्षेत्र में शांति बनी रहे। ऐसे मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई जारी रहेगी।”
नशापान के दुष्परिणाम और कानूनी प्रावधान
- नशापान के प्रभाव: नशापान के कारण व्यक्ति का व्यवहार अनियंत्रित हो सकता है, जिससे समाज में अव्यवस्था फैलती है।
- कानूनी दंड: बिहार में शराबबंदी कानून (Bihar Prohibition and Excise Act, 2016) के तहत शराब का सेवन और बिक्री प्रतिबंधित है।
- पहली बार पकड़े जाने पर भारी जुर्माना या सजा का प्रावधान।
- दोबारा पकड़े जाने पर सख्त सजा दी जा सकती है।
बिहार में शराबबंदी कानून का असर
बिहार में शराबबंदी (Prohibition Policy) लागू होने के बाद शराब सेवन से संबंधित घटनाओं में कमी आई है। हालांकि, चोरी-छिपे शराब का सेवन और उससे जुड़े अपराध अब भी चुनौती बने हुए हैं।
पुलिस प्रशासन की भूमिका
पुलिस प्रशासन लगातार ऐसी घटनाओं पर नजर रख रहा है।
- गुप्त सूचना पर कार्रवाई।
- जागरूकता अभियान चलाना।
- दोषियों को कानून के दायरे में लाना।