समस्तीपुर के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्रखंड संसाधन केंद्र और काम्प्लैक्स रिसोर्स सेंटर की राशि व्यय में शिथिलता के मामलों में 15 प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग की है।
समस्तीपुर में राशि व्यय की शिथिलता पर कार्रवाई की चेतावनी
समस्तीपुर जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) मानवेन्द्र कुमार राय ने प्रखंड संसाधन केंद्र और काम्प्लैक्स रिसोर्स सेंटर के अंतर्गत राशि व्यय में शिथिलता बरतने के मामले में 15 प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग की है। यह कार्रवाई उन प्रखंडों में की गई है जहाँ नियत निकासी अधिसीमा के बावजूद राशि का व्यय नहीं किया गया है, जिसके कारण सरकारी धन का अवरुद्ध रहना और राज्य की रैंकिंग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
राशि व्यय में शिथिलता की वजह
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) ने इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि 2 दिसंबर 2024 को प्रखंड संसाधन केंद्र, काम्प्लैक्स रिसोर्स सेंटर और विद्यालयों को राशि व्यय करने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन कई प्रखंडों में राशि का व्यय करने में शिथिलता बरती गई। खासकर सरायरंजन, दलसिंहसराय, मोहिउद्दीनगर, उजियारपुर और रोसड़ा जैसे प्रखंडों में राशि का व्यय 25 प्रतिशत से भी कम रहा है।
इस स्थिति के कारण समस्तीपुर जिले की रैंकिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसके साथ ही राशि के व्यय में शिथिलता सरकारी धन के बेकार रहने और प्रशासनिक कार्यों में असहज स्थिति का कारण बनती है। राज्य स्तर पर होने वाली बैठकों में भी यह स्थिति खेदजनक बन जाती है।
शिथिलता से होने वाला वित्तीय नुकसान
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि राशि व्यय न होने से न केवल सरकारी धन अवरुद्ध हो जाता है, बल्कि इससे राज्य को भी वित्तीय नुकसान हो रहा है। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा राशि का व्यय न करना, प्रशासनिक स्तर पर जिम्मेदारी से भागना और अनुत्पादक स्थिति पैदा करना राज्य की वित्तीय स्थिति को कमजोर करता है।
जवाब तलब करने की कार्रवाई
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि संबंधित 15 प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि यदि इस शिथिलता के कारणों का संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता है तो आगे की कार्रवाई की जा सकती है।
शिथिलता की वजह से असहज स्थिति
समस्तीपुर जिले के प्रखंड संसाधन केंद्रों जैसे कि शिवाजीनगर, सिंघिया, कल्याणपुर, ताजपुर, मोरवा, पूसा, वारिसनगर, हसनपुर, सरायरंजन, मोहिउद्दीनगर, उजियारपुर और रोसड़ा में राशि का व्यय शून्य है। इसके परिणामस्वरूप सरकारी राशि का अवरुद्ध रहना और राज्यस्तरीय कार्यालयों में असहज स्थिति उत्पन्न हो रही है। यह स्थिति न केवल राज्य के वित्तीय हितों के लिए हानिकारक है, बल्कि यह प्रशासनिक और शैक्षिक कार्यों को प्रभावित कर रही है।
समस्तीपुर में निकासी अधिसीमा का उल्लंघन
समस्तीपुर जिले के कई प्रखंडों में निकासी अधिसीमा के बावजूद राशि का व्यय नहीं किया गया है। विशेष रूप से विद्यापतिनगर, खानपुर, दलसिंहसराय, रोसड़ा और सरायरंजन जैसे प्रखंडों में इस प्रकार की शिथिलता देखने को मिली है। इस स्थिति से न केवल सरकारी धन का नुकसान हो रहा है, बल्कि यह राज्य सरकार के अन्य कार्यों को भी प्रभावित कर रहा है।
शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए जिम्मेदारी
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने यह भी कहा कि यह शिथिलता शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में बड़ी बाधा बन सकती है। उन्हें उम्मीद है कि सभी संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जल्द से जल्द राशि का व्यय करेंगे और इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएंगे।
समस्तीपुर जिले के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को राशि व्यय में शिथिलता बरतने के मामले में जवाब देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। इसके बाद यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। यह कदम राज्य सरकार की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने और सरकारी धन के उचित उपयोग को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।