समस्तीपुर 2024: जिले की राजनीति का सालभर का सफर

2024 में समस्तीपुर जिले की राजनीति में कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न, सबसे कम उम्र की सांसद शांभवी, और अन्य प्रमुख घटनाओं ने सुर्खियां बटोरीं। पढ़ें जिले की राजनीति का सालभर का विश्लेषण।

 

समस्तीपुर 2024: जिले की राजनीति का सालभर का सफर

समस्तीपुर जिले के लिए साल 2024 राजनीति के लिहाज से बेहद अहम और बदलावों से भरा रहा। जिले ने इस साल कई ऐतिहासिक घटनाओं और बदलावों का अनुभव किया। आइए जानते हैं जिले की राजनीति में सालभर की प्रमुख घटनाओं के बारे में। 2024 समस्तीपुर की राजनीति के लिए उतार-चढ़ाव और बदलावों का साल रहा। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न जैसी ऐतिहासिक उपलब्धि और जिले के युवाओं का राजनीति में सक्रिय योगदान, दोनों ने जिले की छवि को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत किया। यह साल जिले की राजनीति में नई दिशा देने और 2025 के लिए सकारात्मक संकेत छोड़ने वाला साबित हुआ।

जनवरी 2024: कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलने की घोषणा

साल 2024 की शुरुआत में केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और समस्तीपुर जिले के महान नेता कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न (Bharat Ratna) देने की घोषणा की। यह खबर जिले के हर नागरिक के लिए गर्व का क्षण बनी। कर्पूरी ठाकुर की सादगी और सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण को देशभर में सराहा गया।

मार्च 2024: जगन्नाथ ठाकुर को बड़ी जिम्मेदारी

मार्च के महीने में कल्याणपुर प्रखंड के गोपालपुर पंचायत के निवासी और भाजपा (BJP) नेता जगन्नाथ ठाकुर को राज्य बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति (State Twenty Point Program Implementation Committee) का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनकी इस नियुक्ति ने जिले में भाजपा की राजनीतिक पकड़ को मजबूत किया।

जून 2024: सबसे कम उम्र की सांसद और मंत्री पद की उपलब्धि

जून 2024 समस्तीपुर की राजनीति के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। लोकसभा चुनाव में शांभवी ने जीत दर्ज की और महज 25 साल की उम्र में देश की सबसे कम उम्र की सांसद (Youngest MP) बन गईं। उनकी इस सफलता ने जिले के युवाओं के बीच प्रेरणा जगाई।
इसी महीने समस्तीपुर के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर को केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री (Union Minister of State for Agriculture) बनाया गया। यह जिम्मेदारी जिले के किसानों के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

अगस्त 2024: जिला परिषद में सियासी हलचल

अगस्त में समस्तीपुर जिले में जिला बीस सूत्री समिति (District Twenty Point Committee) का गठन किया गया। बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार को इसका अध्यक्ष बनाया गया। एनडीए (NDA) गठबंधन के सभी दलों के जिला अध्यक्षों को उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया।
इसी महीने जिला परिषद उपाध्यक्ष अंजना कुमारी को अविश्वास प्रस्ताव के बाद पद छोड़ना पड़ा। यह घटना जिले की राजनीति में उथल-पुथल का बड़ा कारण बनी।

सितंबर 2024: बाल अधिकारों की नई पहल

समस्तीपुर जेडीयू महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष ज्योति कुमारी को समाज कल्याण विभाग द्वारा बाल अधिकार संरक्षण आयोग (Child Rights Protection Commission) का सदस्य नियुक्त किया गया। उनकी इस नियुक्ति ने महिलाओं और बच्चों के मुद्दों को नई आवाज दी।

दिसंबर 2024: जिला परिषद उपाध्यक्ष की नई नियुक्ति

साल के अंत में ठाकुर उदयशंकर सिंह ने जिला परिषद उपाध्यक्ष (Deputy Chairman of District Council) का पद संभाला। उनकी नियुक्ति ने जिले में राजनीतिक स्थिरता और विकास की उम्मीदों को बढ़ाया।