समस्तीपुर में बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्र-युवाओं का विरोध प्रदर्शन

समस्तीपुर में बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर छात्र-युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। जानें इस विरोध प्रदर्शन के प्रमुख कारण और आगामी कदमों के बारे में।

समस्तीपुर (Samastipur) में बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (BPSC 70th Combined Competitive Exam) को रद्द करने की मांग को लेकर शहर के स्टेडियम गोलंबर (Stadium Golambar) के पास बुधवार को छात्र-युवा संगठनों ने एक बड़े विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया। इस दौरान छात्रों ने अपने हाथों में मशाल लेकर मशाल जुलूस निकाला और बीपीएससी पुनर्परीक्षा की गारंटी देने, छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, और बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक पर रोक लगाने की मांग की।

विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य

बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में पेपर लीक (Paper Leak) और छात्रों पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने जिला मुख्यालय का भ्रमण करते हुए मुफस्सिल थाना (Mufassil Police Station) के पास जाकर विरोध सभा आयोजित की।

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प्रमुख मांगें:

  • बीपीएससी 70वीं परीक्षा को रद्द किया जाए।
  • छात्रों पर लाठीचार्ज करने के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
  • बीपीएससी परीक्षा के पेपर लीक की घटना की जांच की जाए।
  • गिरफ्तार छात्रों को तुरंत रिहा किया जाए।

आइसा और एआईएसएफ ने किया समर्थन

इस विरोध प्रदर्शन में आइसा (AISA) और एआईएसएफ (AISF) जैसे प्रमुख छात्र संगठनों ने भाग लिया। सभा की अध्यक्षता आइसा जिला अध्यक्ष लोकेश राज (AISA District President Lokesh Raj) ने की। राज्य अध्यक्ष प्रिती ने कहा कि, “नीतीश सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है। सरकार के खिलाफ छात्रों की आवाज उठाई जाएगी।”

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सभा में अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखे, जिनमें संजेव कुमार उर्फ गोलू, द्रख्शां जबीं, जानवी कुमारी, अनिल कुमार, और मनीष कुमार सहित कई छात्र नेताओं ने सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणियाँ की।

बिहार सरकार की स्थिति पर तीखा हमला

प्रिती ने कहा, “1974 आंदोलन के बाद से नीतीश कुमार ने छात्र हितों की बात की थी, लेकिन अब वही सरकार छात्रों पर लाठियां चला रही है। यह बिहार है, तानाशाही को यहां बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम 2025 में सरकार को सत्ता से बाहर करेंगे और लाठीचार्ज का बदला लेंगे।”

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समस्तीपुर की राजनीति पर असर

समस्तीपुर जिले में यह विरोध प्रदर्शन न केवल बीपीएससी परीक्षा से जुड़ी समस्याओं को उजागर करता है, बल्कि यह आने वाले चुनावों में भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। छात्रों के इस आंदोलन ने सरकार के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेजा है। इस आंदोलन के जरिए यह भी स्पष्ट हो गया कि बिहार की सरकार को अब छात्रों की आवाज सुननी होगी।

आगे की राह

इस प्रदर्शन के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या समस्तीपुर जिले (Samastipur District) और अन्य जिलों में छात्र आंदोलन को और व्यापक रूप से समर्थन मिलेगा। छात्रों की प्रमुख मांगों पर अब सरकार को गंभीरता से विचार करना होगा।

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