समस्तीपुर दलसिंहसराय में प्रधान शिक्षक सम्मान समारोह, 40 शिक्षकों को किया गया सम्मानित

समस्तीपुर दलसिंहसराय के केवटा में आयोजित प्रधान शिक्षक सम्मान समारोह में 40 प्रधानाध्यापकों को सम्मानित किया गया। जानें समारोह की खास बातें और शिक्षकों की भूमिका पर विचार।

समस्तीपुर दलसिंहसराय में प्रधान शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन

समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय प्रखंड के मध्य विद्यालय केवटा में शनिवार को एक भव्य प्रधान शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में दलसिंहसराय क्षेत्र संख्या 26 की जिला पार्षद हेमलता कुमारी ने 40 प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षकों की महान भूमिका और उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षक केवल पाठ्यक्रम को पढ़ाने वाले नहीं होते, बल्कि वे बच्चों के जीवन में पहला गुरु होते हैं, जो उन्हें जीवन की सही दिशा दिखाते हैं।

शिक्षक का महत्व और योगदान

सम्मान समारोह में अपने सम्बोधन में हेमलता कुमारी ने कहा कि शिक्षक बच्चों के जीवन में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति होते हैं। वे माता-पिता के बाद बच्चों को अच्छे संस्कार और जीवन जीने की कला सिखाते हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों का अधिकांश समय शिक्षकों के साथ बीतता है, इसलिए हमें खुद के आचार-व्यवहार से बच्चों में अच्छे संस्कार और नैतिकता का समावेश करना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर गर्व महसूस किया कि उन्हें इन राष्ट्र निर्माताओं को सम्मानित करने का अवसर मिला।

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प्रमुख नेताओं का योगदान

समारोह में प्रखंड प्रमुख संजीव कुशवाहा ने भी शिक्षकों को सम्मानित किया और उन्हें यह आश्वासन दिया कि वह हमेशा शिक्षकों के साथ खड़े रहेंगे, चाहे वह उनकी किसी भी समस्या का समाधान हो या फिर उनकी खुशियों और दुखों में साथ देने की बात हो। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक समाज की सबसे महत्वपूर्ण नींव होते हैं और उनकी भूमिका कभी कम नहीं की जा सकती।

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समारोह में उपस्थित प्रमुख अतिथिगण

इस समारोह में कई प्रमुख शिक्षक और अन्य गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मंच संचालन की जिम्मेदारी नवल किशोर ने निभाई। इसके अलावा कार्यक्रम में राजीव कुमार चौधरी, राज कपूर पासवान, विजय कुमार, सुमन कुमारी, निराला जी, परमाणु कुमार, चंदा कुमारी, राकेश कुमार, प्रेमनाथ ठाकुर, मुकेश कुमार, मनोज कुमार साह, मनोज कुमार राम, रिपु कुमारी, नरगिस आरा, मनीषा कुमारी, प्रतिमा कुमारी, अनिल कुमार, प्रहलाद कुमार, पंकज कुमार, ममता कुमारी समेत दर्जनों शिक्षक भी उपस्थित थे।

शिक्षक सम्मान समारोह का महत्व

यह सम्मान समारोह केवल एक आयोजन नहीं था, बल्कि यह शिक्षकों की मेहनत और समर्पण को सम्मान देने का एक तरीका था। इस समारोह के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि समाज में शिक्षक का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। शिक्षक न केवल शिक्षा देते हैं, बल्कि समाज की नैतिक और सांस्कृतिक धारा को भी प्रगति की दिशा में दिशा-निर्देशित करते हैं।

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निष्कर्ष

समस्तीपुर के दलसिंहसराय में हुए इस प्रधान शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों को सम्मानित कर उनके योगदान को सराहा गया। इस प्रकार के सम्मान समारोह न केवल शिक्षकों का उत्साह बढ़ाते हैं, बल्कि यह समाज में उनके योगदान को पहचाने जाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। भविष्य में ऐसे और कार्यक्रमों की आवश्यकता है ताकि शिक्षक समुदाय का और सम्मान बढ़ सके और उनका योगदान समाज में बढ़े।

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