समस्तीपुर में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं का अनशन, छात्रों की मांगों को लेकर सरकार पर हमला

समस्तीपुर में जनसुराज पार्टी का अनशन

समस्तीपुर के सरकारी बस पड़ाव में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अनशन किया और सरकार से छात्रों की मांगों को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।

समस्तीपुर में जनसुराज पार्टी का अनशन: छात्रों की मांगों के लिए आवाज उठाई

समस्तीपुर के सरकारी बस पड़ाव पर मंगलवार को जनसुराज पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं ने एक अनशन शुरू किया। यह अनशन छात्रों की लंबे समय से लंबित मांगों को लेकर किया गया था। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और मुख्य विपक्षी दल को भी आड़े हाथ लिया।

कार्यकर्ताओं का आरोप था कि सरकार छात्रों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और उनके लिए कोई ठोस समाधान नहीं दे रही है। जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांग की कि छात्रों की समस्याओं पर शीघ्र समाधान निकाला जाए और श्वेत पत्र जारी कर सरकार अपनी स्थिति स्पष्ट करे।


जनसुराज पार्टी का अनशन: नेतृत्व और कार्यकर्ता

अनशन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष चंद्रमणि सिंह ने की। इस अवसर पर कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें संयोजक निरंजन ठाकुर, पूर्व मेयर तारकेश्वर नाथ गुप्ता, महिला अध्यक्ष रिंकी पासवान, प्रदेश कोर कमेटी सदस्य रामबालक पासवान, रामबली महतो, शिवबालक भादव, सुनील महतो, रामदयाल यादव, राजकमल, विवेकानन्द ठाकुर और कुन्दन सहित अन्य शामिल थे।

कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि सरकार को छात्रों की मांगों को लेकर पारदर्शी तरीके से वार्ता करनी चाहिए। इसके अलावा, विपक्षी दलों के प्रति भी पार्टी ने अपनी नाराजगी जताई और कहा कि जब तक मुख्य विपक्षी दल छात्रों की समस्याओं को लेकर आवाज नहीं उठाते, तब तक उनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि वे सरकार पर दबाव बनाएं।


छात्रों की समस्याओं पर सरकार की निष्क्रियता

कार्यकर्ताओं का कहना था कि सरकार छात्रों की समस्याओं को हल करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को छात्रों के मुद्दों को समझने और उनकी मांगों के बारे में सही तरीके से एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।

मुख्य मांगें:

  • श्वेत पत्र जारी करना: छात्रों की मांगों पर सरकार को विस्तृत रूप से विचार करना और इसके बारे में श्वेत पत्र जारी करना।
  • शिक्षा व्यवस्था में सुधार: छात्रों के लिए शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है, ताकि वे भविष्य में अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें।
  • नौकरी और रोजगार: सरकार से मांग की गई कि शिक्षा के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएं।

जनसुराज पार्टी का उद्देश्य

जनसुराज पार्टी का मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों की आवाज उठाना है। पार्टी हमेशा से शिक्षा, रोजगार और समाजिक कल्याण के मुद्दों पर संघर्ष करती रही है। अनशन के माध्यम से पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि वह छात्रों के मुद्दों को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और सरकार से सुधार की मांग करती है।


क्यों जरूरी है छात्रों की समस्याओं का समाधान?

आज के दौर में छात्रों के लिए शिक्षा ही सबसे बड़ा साधन है, जिसके माध्यम से वे अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। लेकिन जब शिक्षा से जुड़ी समस्याएं बढ़ती हैं और छात्रों को अपनी सही दिशा में जाने में रुकावटें आती हैं, तो यह पूरे समाज के लिए चिंता का विषय बन जाता है। इसलिए जनसुराज पार्टी ने इस मुद्दे को उठाया और सरकार से आग्रह किया कि वह छात्रों की समस्याओं को शीघ्र सुलझाए।