समस्तीपुर में पुलिस ने शराब कारोबार का पर्दाफाश किया। 32 मोबाइल, ₹1.46 लाख नकद और 7 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद। आरोपी गिरफ्तार, मामले की जांच जारी।
समस्तीपुर: शराब तस्करी के साथ 32 मोबाइल फोन और ₹1.46 लाख नकदी बरामद
बिहार के समस्तीपुर जिले में शराबबंदी के बावजूद शराब कारोबारियों के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। नगर थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक शराब तस्कर के घर छापेमारी के दौरान पुलिस को हैरान करने वाली चीजें मिलीं। घर से 7 लीटर अंग्रेजी शराब, 32 मोबाइल फोन, और ₹1.46 लाख नकदी बरामद हुए।
पुलिस छापेमारी में क्या-क्या मिला?
पुलिस की छापेमारी में निम्नलिखित सामान बरामद किए गए:
- 7 लीटर अंग्रेजी शराब
- ₹1.46 लाख नकदी
- 32 मोबाइल फोन (जिसमें Android और Apple जैसे महंगे फोन शामिल हैं)
कैसे हुआ भंडाफोड़?
नगर थाना के प्रभारी आशुतोष कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मगरदही घाट वार्ड 35 निवासी प्रमोद पासवान का बेटा विक्की कुमार शराब का अवैध कारोबार करता है। सूचना के आधार पर पुलिस ने विक्की के घर छापा मारा।
मोबाइल फोन का रहस्य
जब पुलिस ने आरोपी से 32 मोबाइल फोन के बारे में पूछा, तो उसने बताया:
- ग्राहकों के पास पैसे नहीं होने पर वे अपने मोबाइल फोन गिरवी रख देते थे।
- पैसे लौटाने पर उन्हें मोबाइल वापस किया जाता था।
- यही तरीका अपनाकर आरोपी ने इतने मोबाइल इकट्ठे किए।
हालांकि, पुलिस को शक है कि ये मोबाइल फोन चोरी के हो सकते हैं। सभी मोबाइल की जांच की जा रही है।
क्या कार्रवाई की गई?
- गिरफ्तार: विक्की कुमार को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया।
- फरार: एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
- केस दर्ज: दोनों आरोपियों के खिलाफ मध निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
- जांच जारी: पुलिस ने बरामद मोबाइल फोन और नकदी को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है।
बिहार में शराबबंदी और चुनौतियां
बिहार में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध होने के बावजूद, ऐसे मामले प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती बन गए हैं। शराबबंदी के बाद भी तस्करी के नए तरीके अपनाए जा रहे हैं, जिससे इस कानून का प्रभाव कम होता दिख रहा है।
मामले की जांच में पुलिस के कदम
पुलिस ने बताया कि:
- बरामद मोबाइल की जांच की जा रही है।
- फरार आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
- नकदी के स्रोत और शराब की सप्लाई चेन का भी पता लगाया जा रहा है।
समस्तीपुर की यह घटना शराबबंदी के बावजूद शराब तस्करी के बढ़ते मामलों को उजागर करती है। पुलिस की तत्परता से इस मामले का भंडाफोड़ हुआ, लेकिन यह घटना राज्य में शराबबंदी की वास्तविकता पर सवाल खड़ा करती है।