समस्तीपुर में पेयजल संकट का समाधान: 4060 घरों में नल-जल योजनाओं से आपूर्ति बहाल

नल-जल योजनाओं

समस्तीपुर जिले में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) ने 4060 घरों में पेयजल आपूर्ति बहाल की। 28 बंद पड़ी नल-जल योजनाओं को पुनः चालू कर ग्रामीण क्षेत्रों को राहत दी गई।

समस्तीपुर में पेयजल आपूर्ति बहाल: नल-जल योजनाओं में सुधार

समस्तीपुर जिले में पेयजल संकट का समाधान करने के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (PHED) ने बड़े कदम उठाए हैं। पिछले दो महीनों में विभाग ने 4060 से अधिक घरों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की है। नल-जल योजनाओं की व्यापक मरम्मत और संचालन बहाली से हजारों ग्रामीणों को राहत मिली है।


जिले में नल-जल योजनाओं की वर्तमान स्थिति

प्रमुख उपलब्धियां:

  • नवंबर और दिसंबर में 4800+ नल-जल योजनाओं की जांच।
  • बंद पड़ी 28 नल-जल योजनाओं को पुनः चालू किया गया।
  • जिले के 13 प्रखंडों में पेयजल संकट दूर किया गया।
  • 4060 घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हुई।

किस प्रखंड में कितनी योजनाएं हुई बहाल?

प्रखंडवार आंकड़े:

  • वारिसनगर: 5 योजनाएं पुनः चालू।
  • कल्याणपुर: 4 योजनाएं बहाल।
  • रोसड़ा: 3 योजनाओं की मरम्मत।
  • मोरवा और शिवाजीनगर: 2-2 योजनाएं बहाल।
  • दलसिंहसराय और खानपुर: 2-2 योजनाओं का संचालन पुनः शुरू।
  • समस्तीपुर, बिथान, विभूतिपुर, उजियारपुर और हसनपुर: 1-1 योजना चालू।

सुधार कार्यों में क्या-क्या किया गया?

आधारभूत संरचनाओं का उन्नयन:

  • बोरिंग और स्टार्टर की मरम्मत।
  • विद्युत मीटर और तार का प्रतिस्थापन।
  • चैनल और अन्य उपकरणों को दुरुस्त किया गया।

कार्यपालक अभियंता का बयान

कार्यपालक अभियंता कुमार अभिषेक ने बताया कि विभाग ने प्राथमिकता के आधार पर सभी बाधाओं को दूर किया है। तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से नल-जल योजनाओं को सुचारू रूप से संचालित किया गया। उन्होंने कहा:

“हमने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या का स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के लिए तेजी से काम किया।”


ग्रामीणों को मिली राहत

  • इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति बहाल हुई है।
  • बंद पड़ी योजनाओं के पुनः संचालन से हजारों घरों को पानी की सुविधा मिली।
  • स्थानीय लोगों ने विभाग के इस प्रयास की सराहना की है।

सुझाव और आगे की योजनाएं

विभाग की प्राथमिकताएं:

  • शेष बंद पड़ी नल-जल योजनाओं का संचालन जल्द से जल्द बहाल करना।
  • पेयजल संकट को दूर करने के लिए नए संसाधनों का विकास।
  • नियमित सर्वेक्षण और निरीक्षण के माध्यम से सभी योजनाओं को सक्रिय रखना।

ग्रामीणों के लिए सलाह:

  • नल-जल योजनाओं का सही उपयोग सुनिश्चित करें।
  • पानी की बर्बादी रोकने में सहयोग करें।
  • किसी भी समस्या की सूचना PHED हेल्पलाइन पर दें।

समस्तीपुर जिले में PHED द्वारा किए गए प्रयासों से पेयजल संकट में बड़ी राहत मिली है। 4060 घरों में नल-जल योजनाओं से पानी की आपूर्ति बहाल कर ग्रामीणों को शुद्ध जल उपलब्ध कराया गया है। यह पहल क्षेत्र में जल संकट को स्थायी रूप से हल करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।