समस्तीपुर के सिंघिया के लिलहौल गांव में पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।
समस्तीपुर (Samastipur): सिंघिया (Singhia) थाना क्षेत्र के लिलहौल गांव में स्थानीय पुलिस प्रशासन की कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
घटना का कारण
ग्रामीण केल्हुआ घाट पर सोमवार को अवैध टेंपो संचालक गिरधारी यादव द्वारा पंचायत के उप सरपंच विजय पासवान और उनके पुत्र टेंपो चालक विवेक पासवान की पिटाई मामले को लेकर आक्रोशित थे।
पुलिस पर गंभीर आरोप
घटना के संदर्भ में थाना में मामला दर्ज कराया गया था, लेकिन स्थानीय प्रशासन और मामले के अनुसंधानकर्ता की कार्यशैली पर ग्रामीणों ने सवाल उठाते हुए स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। लोगों का आरोप था कि जब थाना में विजय पासवान मामला दर्ज कराने गए तो एक आवेदन दिखाकर काउंटर केस का भय दिखाकर दबाव बनाया गया।
पुलिस की निष्क्रियता
नहीं मानने पर दर्ज मामले में थाना अध्यक्ष को प्रभाव में लेकर केस को कमजोर कर दिया गया है। मामला दर्ज होने के 72 घंटे बाद भी स्थानीय पुलिस निष्क्रिय रही और अवैध उगाही का खेल चलता रहा।
रोसड़ा एसडीओ की कार्रवाई
रोसड़ा एसडीओ को मामले को लेकर कार्रवाई करनी पड़ी और अवैध टेंपो स्टेंड संचालक गिरधारी यादव को रंगे हाथ पकड़कर स्थानीय पुलिस के हवाले किया गया।
जांच की मांग
शुक्रवार को पीड़ित विजय पासवान ने रोसड़ा एसडीओ और डीएसपी को लिखित आवेदन देकर मामले की जांच करने की मांग की और न्याय दिलवाने की गुहार लगाई।
ग्रामीणों का प्रदर्शन
– ग्रामीणों ने पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए प्रदर्शन किया।
– उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय पुलिस अवैध गतिविधियों में संलिप्त है।