समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड के गुमटी संख्या 53ए पर आरओबी निर्माण स्थल का निरीक्षण। मुख्यमंत्री 13 जनवरी को करेंगे शिलान्यास। यातायात जाम और सुरक्षा में सुधार होगा।
समस्तीपुर, बिहार: समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड के गुमटी संख्या 53ए पर बनने वाले आरओबी (Railway Over Bridge) के निर्माण स्थल का रविवार को पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, विशेष सचिव श्रीर्षत कपिल, एडीएम अजय तिवारी, और पुल निगम के एमडी सुनील कुमार उपस्थित रहे। उन्होंने निर्माण स्थल की विस्तृत जानकारी प्राप्त की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
आरओबी निर्माण की प्रगति और निरीक्षण का उद्देश्य
आरओबी के निर्माण कार्य का निरीक्षण पथ निर्माण विभाग द्वारा किया गया, ताकि इसे समय पर और कुशलतापूर्वक पूरा किया जा सके। यह निरीक्षण इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस आरओबी का शिलान्यास 13 जनवरी को किए जाने की योजना है।
निरीक्षण के मुख्य बिंदु:
- निर्माण कार्य में संभावित बाधाओं की पहचान।
- तकनीकी और संरचनात्मक समस्याओं का समाधान।
- निर्माण स्थल पर वर्तमान स्थिति का आकलन।
- निर्माण की गुणवत्ता और समयसीमा की समीक्षा।
निरीक्षण टीम में शामिल अधिकारी और उनके निर्देश
इस निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने सभी विभागीय अधिकारियों से आरओबी निर्माण से संबंधित बारीकियों की जानकारी ली। उन्होंने पुल निगम के एमडी सुनील कुमार और अन्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि:
- निर्माण कार्य में रेलवे और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय हो।
- आम जनता को यातायात में परेशानी न हो।
- निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए।
शहरवासियों के लिए खुशी की खबर
समस्तीपुर वासियों के लिए यह आरओबी लंबे समय से एक महत्वपूर्ण आवश्यकता रही है। गुमटी संख्या 53ए पर अक्सर ट्रेनों के आवागमन के कारण जाम और यातायात की समस्या होती थी। आरओबी निर्माण के बाद:
- यातायात जाम की समस्या समाप्त हो जाएगी।
- समय और ईंधन की बचत होगी।
- क्षेत्रीय व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
शहरवासियों ने इस निरीक्षण और आरओबी के शिलान्यास की घोषणा पर खुशी जाहिर की है।
आरओबी के फायदे और महत्व
आरओबी निर्माण से जुड़े मुख्य लाभ:
- यातायात की सुगमता: गुमटी बंद होने की समस्या का समाधान।
- सुरक्षा में सुधार: रेल पटरियों पर हादसों की संभावना कम होगी।
- आर्थिक विकास: क्षेत्र में व्यापार और उद्योगों को प्रोत्साहन।
- परिवहन समय की बचत: वाहन चालकों और यात्रियों के लिए समय की बचत।
तकनीकी पहलू:
- इस आरओबी का निर्माण पथ निर्माण विभाग और पुल निगम के संयुक्त प्रयासों से होगा।
- निर्माण कार्य को तेज और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिलान्यास की तिथि और भविष्य की योजनाएँ
शिलान्यास तिथि:
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 13 जनवरी को आरओबी निर्माण कार्य का विधिवत शिलान्यास करेंगे।
- इसके साथ ही, राज्य में अन्य विकास परियोजनाओं की घोषणा होने की भी संभावना है।