समस्तीपुर में आरपीएफ की नई तकनीक: यात्री सुरक्षा और अपराध नियंत्रण पर खास ध्यान

समस्तीपुर में आरपीएफ ने सुरक्षा सम्मेलन में नई तकनीकों और कानून की जानकारी का उपयोग करते हुए यात्री सुरक्षा और मानव तस्करी नियंत्रण पर जोर दिया। महिला यात्रियों के लिए ‘मेरी सहेली’ अभियान के तहत सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

समस्तीपुर: आरपीएफ (RPF) बल अब आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए यात्री सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए नई रणनीतियों पर काम करेगा। समस्तीपुर रेल मंडल मुख्यालय में आयोजित सुरक्षा सम्मेलन में पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के आरपीएफ महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अमरेश कुमार ने बल सदस्यों को सतर्कता और तकनीकी ज्ञान पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि आरपीएफ को मानव तस्करी (Human Trafficking) और नारकोटिक्स (Narcotics) की तस्करी पर रोक लगाने के लिए खास सतर्कता बरतनी होगी। सुरक्षा सम्मेलन में आईजी ने बल सदस्यों से संवाद करते हुए उन्हें विभागीय नियम-कानूनों की जानकारी दी और ड्यूटी के दौरान सतर्क रहने के निर्देश दिए।

महिला सुरक्षा पर फोकस

आईजी ने बताया कि रेलवे द्वारा महिला सुरक्षा के लिए ‘मेरी सहेली’ (Meri Saheli) अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अकेले सफर करने वाली महिला यात्रियों की जानकारी आरपीएफ लेता है और हर स्टेशन पर महिला कांस्टेबल उनसे फीडबैक (Feedback) प्राप्त करती हैं। इससे महिला यात्रियों में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है।

आरपीएफ का निरीक्षण और समस्याओं का समाधान

सम्मेलन के दौरान आईजी ने मंडल सुरक्षा आयुक्त कार्यालय और आरपीएफ बैरक का निरीक्षण किया। निरीक्षण में लंबित कांडों की समीक्षा की गई और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। जितवारपुर बैरक का निरीक्षण करते समय आईजी ने परिसर में पौधारोपण भी किया और निर्माणाधीन महिला बैरक की प्रगति का जायजा लिया।

नई तकनीक और अपराध नियंत्रण पर जोर

आईजी ने कहा कि आरपीएफ बल को नई तकनीक के उपयोग और कानून की बेहतर जानकारी के साथ काम करना होगा। साथ ही उन्होंने बल सदस्यों को ड्यूटी के दौरान अलर्ट रहने और वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा।