सरकार उर्दू की उन्नति के लिए लगातार कोशिश कर रही : डीएम

समस्तीपुर : उर्दू प्रेम की भाषा है. यह गंगा जमुनी तहजीब की निशानी है. बिहार सरकार और जिला प्रशासन लगातार उर्दू की उन्नति के लिए कोशिश कर रहा है. उक्त बातें जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग उर्दू निदेशालय के तत्वाधान में जिला उर्दू भाषा कोषांग के द्वारा आयोजित फरोग-ए-उर्दू सेमिनार व मुशायरा एवं कार्यशाला कार्यक्रम में शहर के कर्पूरी सभागार में कहीं. उन्होंने कहा कि कोई भी भाषा आम बोलचाल में प्रयोग होने पर ही जीवित रहती है. अर्थात उन्नति करती है. इसलिए हम अपनी दैनिक भाषा में उर्दू शब्दों का अधिक से अधिक प्रयोग करें. जिलाधिकारी ने आगे कहा कि पिछले 8-10 सालों से मैं उर्दू भाषा की पुस्तकों को पढ़ और समझ रहा हूं. इस भाषा की मिठास हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है. उर्दू के शब्दों का प्रयोग करके हम अपने विचारों को मजबूती के साथ व्यक्त करते हैं. जिलाधिाकरी ने कहा कि उर्दू राज्य की दूसरी सरकारी भाषा है. इसे हर किसी को सीखने की कोशिश करनी चाहिये. नई शिक्षा नीति के अनुसार मातृभाषा में ही बच्चों को प्राइमरी शिक्षा देने का प्रावधान है. आप सभी उर्दू शिक्षक यहां जिले के विभिन्न प्राइमरी स्कूलों से आये हैं हम आशा करते हैं आप अपने विद्यालय में उर्दू की शिक्षा को और भी मजबूती के साथ बच्चों को दें, ताकि उर्दू की तरक्की की कोशिश को मजबूत किया जाये. उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग रजनीश कुमार राय लगातार उर्दू की उन्नति के लिए जमीनी सतह पर कोशिश कर रहे हैं. इनका यह कार्य सराहनीय है. उप विकास आयुक्त शैलजा पांडे ने इस अवसर पर कहा कि उर्दू एक सुंदर भाषा है. उर्दू शायरी के माध्यम से हम अपने अंदर की भावनाओं को अच्छी तरह से व्यक्त करते हैं. इस भाषा की खूबसूरती यह है कि हम अपने साधारण बात को भी मजबूती के साथ प्रभावी बना देते हैं. इसलिए उर्दू की उन्नति के लिए हम सबको मिलजुल कर कोशिश करनी है. कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी,उप विकास आयुक्त ,अपर समाहर्ता ब्रजेश कुमार ,सदर अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार, उपनिदेशक जिला अल्पसंख्यक कल्याण रजनीश कुमार राय, प्रभारी पदाधिकारी जिला उर्दू कोषांग मोहम्मद खालिद अनवर जिलानी ने संयुक्त रूप से किया. उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण रजनीश कुमार राय ने सभी मुख्य अतिथियों एवं पदाधिकारी का शॉल व पौधा देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा और संचालन उर्दू अनुवादक आलम सिद्दीकी ने किया. कार्यक्रम के दूसरे सेशन में डॉक्टर बिस्मिल आरिफ़ी की अध्यक्षता और मुकीम दानिश के संचालन में मुशायरा आयोजित हुआ. जिसमें असरार दानिश, आसिफ वकील ,अयूब अंसार, काविश जमाली ,डॉक्टर बिस्मिल आरिफ़ी ,मुकीम दानिश ,प्रवीण कुमार चुन्नू , नकी समस्तीपुरी, आफताब समस्तीपुर, रंजन लता ने कविता पाठ किया. प्रभारी पदाधिकारी जिला उर्दू भाषा कोषांग मोहम्मद खालिद अनवर जिलानी के धन्यवाद ज्ञापन के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ. इस अवसर पर तारीक जमा, निम्न वर्गीय लिपिक उर्दू रहमत अली, उर्दू अनुवादक शाजिया तमकीन, और मोहम्मद शारिक रहमान लवली, मौलाना इजहार अशरफ सरफराज फाजिलपुरी आदि उपस्थित थे.