विभूतिपुर थाना क्षेत्र में भाभी के साथ देवर द्वारा दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया। प्राथमिकी दर्ज, पुलिस जांच में जुटी। जानें पूरी घटना।
समस्तीपुर (विभूतिपुर): विभूतिपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में देवर द्वारा भाभी के साथ दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर पीड़िता ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। भाभी ने अपने देवर विकास कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना तब हुई जब उसके पति, जो पेशे से शिक्षक हैं, विद्यालय गए हुए थे।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि देवर ने उसे अकेला पाकर जबरदस्ती करने की कोशिश की। चिल्लाने पर उसने मुंह दबाने और गंदी हरकतें करने का प्रयास किया। आसपास के लोगों और किरायेदारों की मदद से पीड़िता अपनी जान बचाने में सफल रही।
देवर पर लगाए गंभीर आरोप
पीड़िता ने बताया कि:
- देवर ने आपत्तिजनक हरकतों को दिनचर्या बना लिया है।
- विरोध करने पर गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो जाता है।
- देवर का अपराधी प्रवृत्ति का इतिहास है, और उसके खिलाफ जंदाहा में भी मामला दर्ज है।
परिवार की स्थिति और घटनाक्रम
- परिवार का बंटवारा:
- पीड़िता के पति और देवर का परिवार विभाजित है।
- देवर अपने हिस्से की ऊपरी छत पर रहता है, जिसे उसने किरायेदारों को दे रखा है।
- घटना का विवरण:
- पति के विद्यालय जाने के बाद, देवर ने पीड़िता के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की।
- पीड़िता ने चिल्लाकर मदद मांगी, जिससे आसपास के लोग और किरायेदार तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
- स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप से पीड़िता को बचाया गया।
पुलिस की कार्रवाई
थानाध्यक्ष आनंद कुमार कश्यप ने बताया:
- मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
- पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी का जंदाहा में दर्ज मामले से कोई संबंध है या नहीं।
इस घटना से जुड़े मुख्य बिंदु
- आरोपी का इतिहास:
देवर पर पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। - परिवार का विभाजन:
पीड़िता और आरोपी का परिवार अलग-अलग हिस्सों में बंटा हुआ है। - कानूनी पहल:
पुलिस इस घटना की गहराई से जांच कर रही है और आरोपी को कानून के दायरे में लाने के लिए तत्पर है।
समाज और कानून का रुख
इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए:
- महिलाओं को कानूनी अधिकारों और सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक होना चाहिए।
- प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी निगरानी और त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।