विभूतिपुर में अलाव से जलकर महिला की मौत, परिवार में मचा कोहराम

विभूतिपुर थाना क्षेत्र के पतैलिया दियानतपुर में अलाव से झुलस कर महिला की मौत हो गई। जानें कैसे घटना घटी और पुलिस ने क्या कदम उठाए।

विभूतिपुर में अलाव से जलकर महिला की मौत, घटना से गांव में शोक

समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के पतैलिया दियानतपुर वार्ड 16 में शुक्रवार संध्या को एक दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई। अहिल्या देवी, उम्र 49 वर्ष, जो गांव के राम बहादूर सहनी की पत्नी थीं, अलाव से जलकर गंभीर रूप से झुलस गईं और उनकी शनिवार सुबह मौत हो गई। यह घटना ठंड के मौसम में घटी, जब अहिल्या देवी अपने घर के बाहर जल रहे अलाव के पास बैठी हुई थीं। अचानक उनकी अंगवस्त्रों में आग लग गई, और आग तेजी से फैलने लगी, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गईं।

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अलाव से लगी आग, स्वजन ने बचाने की की कोशिश

शुक्रवार शाम जब यह घटना हुई, तो पास में मौजूद स्वजन और स्थानीय लोग तुरंत बचाव कार्य में जुट गए। उन्होंने आग को बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक महिला के शरीर पर गंभीर जलन हो चुकी थी। गांव वालों और स्वजनों ने महिला को तत्काल स्थानीय उपचार देने का प्रयास किया, लेकिन उनकी स्थिति बिगड़ती गई। फिर शनिवार सुबह महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विभूतिपुर लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की कार्रवाई और जांच

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया। थाना क्षेत्राधिकारी कुणाल केशव ने अस्पताल परिसर में इन्क्वेस्ट दर्ज किया और शव को अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष आनंद कुमार कश्यप ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि महिला की मौत आग में जलने के कारण हुई है।

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परिवार द्वारा प्रशासन से कार्रवाई की मांग

पूर्व मुखिया रामबालक सहनी ने बताया कि परिवार द्वारा प्रशासन को एक लिखित आवेदन देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं, अंचलाधिकारी रंधीर रमण ने भी घटना की जानकारी मिलने की पुष्टि की और कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है।

घटना के कारण और ठंड के मौसम में अलाव का महत्व

यह घटना ठंड के मौसम के दौरान हुई जब लोग ठंड से बचने के लिए घरों के बाहर अलाव जलाते हैं। इस घटना से यह बात भी उजागर होती है कि अलाव के पास बैठते वक्त सुरक्षा का ध्यान रखना कितना जरूरी है। ठंड के मौसम में जल रहे अलाव से अत्यधिक नजदीकी बनाना खतरनाक हो सकता है, खासकर अगर कपड़े जल्दी जलने वाले हों।

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विभूतिपुर में घटी इस घटना ने एक बार फिर अलाव से होने वाले खतरों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए यह और भी अधिक खतरे का कारण बन सकता है। यह घटना एक चेतावनी है कि ठंड में सुरक्षा की अधिक आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन से आशा की जाती है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।

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